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आधुनिक अंगमर्दक चिकित्सा से कनपटी क्षेत्र पर उपचार

आधुनिक अंगमर्दक चिकित्सा के द्वारा कोई भी व्यक्ति अपने आप भी कनपटी क्षेत्र पर दबाव देकर कई प्रकार के कनपटी क्षेत्र से सम्बन्धित रोगों को ठीक कर सकता है।

        कनपटी क्षेत्र पर वे बिन्दुएं जिन पर रोगी व्यक्ति अपने आप दबाव देकर उपचार कर सकता है वे इस प्रकार हैं-

1. कनपटी क्षेत्र पर दबाव-

        कनपटी क्षेत्र पर रोगी को अपने आप दबाव देने के लिए सबसे पहले आधुनिक अंगमर्दक चिकित्सा के अनुसार घुटने के बल बैठ जाना चाहिए। फिर सिर के मध्य रेखा के बिन्दुओं पर दबाव देना चाहिए। इसके बाद सिरके छठे बिन्दु पर दबाव देना चाहिए। वैसे देखा जाए तो सिर में प्रत्येक भाग पर 18 बिन्दु होते हैं। इसके बाद अपने दोनों हाथों की तर्जनी, मध्यमा तथा अनामिका उंगलियों से बारी-बारी से मध्य रेखा से नीचे की ओर कनपटी की केश रेखा तक स्थित दोनों कतारों पर अच्छी तरह से दबाव देना चाहिए। जब इस प्रकार से दबाव दे रहे हैं तो एक बात का ध्यान रखना चाहिए कि दबाव मस्तिष्क की सतह पर उर्ध्वाकार रूप में देना चाहिए। सिर केमध्य रेखा के प्रत्येक तरफ पांचवे बिन्दु से तीन बिन्दुओं वाली दोनों कतारों पर दबाव देकर उपचार को दोहराना चाहिए तथा यह दबाव ललाट की केश रेखा तक देना चाहिए लेकिन यह उपचार केवल एक बार ही करना चाहिए।

 

2. कनपटी क्षेत्र पर हथेलियों के द्वारा दबाव-

       कनपटी क्षेत्र पर हथेलियों के द्वारा रोगी व्यक्ति को अपने आप दबाव देने के लिए सबसे पहले आधुनिक अंगमर्दक चिकित्सा के अनुसार घुटने के बल बैठ जाना चाहिए। फिर इसके बाद अपने दोनों हाथों की हथेलियों को अपनी कनपटी क्षेत्र से ऊपर सिर की सतह से चिपका कर रखना चाहिए। इसके बाद अपने दोनों हाथों की उंगलियों को आपस में चिपकाकर रखना चाहिए तथा उंगलियों की नोक को ऊपर की ओर रखना चाहिए। फिर इसके बाद दोनों हथेलियों से दाएं-बाएं कनपटी क्षेत्र पर दबाव देना चाहिए। इसके बाद इस प्रकार से दबाव देते समय अपनी कोहनियों को अगल-बगल में सीधा फैलाकर संतुलित तथा स्थिर बल से दस सेकेण्ड तक दबाव देना चाहिए। इसके बाद दबाव को आड़े तरीके से देना चाहिए तथा इसके बाद इस क्षेत्र पर हाथों को कंपकंपाते हुए दबाव देना चाहिए।


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